नए विधायक चार माह तक विकास की नहीं रख सकेंगे एक ईंट, जानिए क्यों.....
मांधाता, हरसूद, खंडवा, पंधाना में विधानसभा में विकास और स्वेच्छा अनुदान की निधि शून्य
मध्य प्रदेश : चालू वित्तीय वर्ष में नए विधायकों को खजाना खाली मिलेगा। विकास के लिए नए विधायकों को चार माह तक इंतजार करना होगा। नया वित्तीय वर्ष चालू होते ही कहीं अप्रेल में लोक सभा चुनाव की घोषणा हुई तो पूरे साल विधायक विकास की एक ईंट नहीं रख सकेंगे। वर्तमान में मांधाता, हरसूद, खंडवा और पंधाना विधायकों की विकास और स्वेच्छा निधि के खाते शून्य हैं। वर्ष 2023-24 में विधायकों की विकास निधि छह माह मेंखर्च हो गई। कुछ ने तो राशि से अधिक प्रस्ताव दिए हैं।
छह माह में खर्च कर ली पूरी निधि
ऐसे समझें विकास निधि
प्रत्येक विधायक को हर साल विकास निधि में 2.50 करोड़ रुपए मिलती है। इसी तरह 75 लाख रुपए स्वेच्छा निधि अलग से आती है। विधायक विकास निधि को सड़क, बिजली और पानी के साथ विकास पर खर्च कर सकता है। स्वेच्छा निधि से किसी की भी मदद कर सकता है। चार माह तक आर्थिक मदद भी नहीं कर सकेंगेनए विधायकों को चालू वित्तीय वर्ष में खजाना खाली मिलेगा। दिसंबर से लेकर मार्च तक विकास ही नहीं बल्कि किसी बीमार या कमजोर व्यक्ति की आर्थिक मदद तक नहीं कर सकेंगे।
छह माह में 13 करोड़ रुपए के दिए प्रस्ताव
चालू वित्तीय वर्ष में विधायकों ने चुनाव की घोषणा से पहले छह माह के भीतर विकास के प्रस्ताव पर दस करोड़ रुपए की राशि खर्च कर दिए इसी तरह तीन करोड़ रुपए की आर्थिक सहयोग कर दिए। प्रत्येक विधायक ने विकास निधि के ढाई करोड़ और 75 लाख रुपए स्वेच्छा निधि की राशि खर्च कर दी।